IND vs AUS Day-Night Test Match History: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मैच एडिलेड में खेला जाना है। ये मुकाबला डे-नाईट टेस्ट होने वाला है और इसमें गुलाबी गेंद का उपयोग किया जाना है। ऐसे में हम इस आर्टिकल के माध्यम से ये जानने वाले हैं कि आखिर पिंक बॉल टेस्ट मैच का इतिहास क्या रहा है। पहला पिंक बॉल टेस्ट मैच कब खेला गया था।
बता दें कि पिंक बॉल टेस्ट मैच का इतिहास अधिक पुराना नहीं है और इसका पहला मैच 2015 में खेला गया था। सबसे अधिक दिलचस्प बात ये है कि अब तक जितने भी डे-नाईट टेस्ट मैच खेला गया है, उन सभी मुकाबलों के नतीजे निकले हैं और इसी वजह से ये और भी खास हो जाता है। ऐसे में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे मैच में जबरदस्त जंग देखने को मिलेगी।
2015 में पहली बार गुलाबी गेंद का किया था इस्तेमाल
दरअसल, गुलाबी गेंद का पहली बार इस्तेमाल साल 2015 में किया गया था और टेस्ट क्रिकेट को और भी अधिक रोचक बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया था। पहली बार डे-नाईट टेस्ट मैच साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था और इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की थी। दिलचस्प बात ये है कि ये मुकाबला मात्र 3 दिनों में ही समाप्त हो गया था।
गुलाबी गेंद के साथ अब तक कुल 22 मुकाबले खेले गए हैं और सभी मैचों के नतीजे देखने को मिले हैं। यानी कोई भी मैच अब तक ड्रॉ नहीं हुआ है। इसके अलावा डे-नाईट टेस्ट मैच के अब तक ज्यादातर मुकाबले 4 या फिर उससे कम दिनों में ही समाप्त हुए हैं। तो वहीं 22 मैचों में से अब तक 6 मैच ही ऐसे रहे हैं, जो पाँच दिन तक चले हैं।
भारत का पिंक बॉल में रिकॉर्ड
अगर पिंक बॉल टेस्ट मैच में भारत के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो टीम इंडिया ने अब तक कुल 4 मैच खेले हैं और इसमें से 3 मैचों में जीत दर्ज की है। भारत ने अपने घरेलू जमीन पर सभी 3 मैचों में जीत हासिल की है। इसके अलावा उन्हें एकमात्र गुलाबी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 2020 में एडिलेड में हार का सामना करना पड़ा था।
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