Dhruv Jurel, IPL 2023, Rajasthan Royals, RR, RR vs PBKS: आईपीएल 2023 में बुधवार को एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब किंग्स ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 197 रन बनाए। जवाब में राजस्थान रॉयल्स निर्धारित ओवर्स में 7 विकेट के नुकसान पर 192 रन ही बना सकी। टीम जीत के मुहाने तक तो पहुंची पर उसे विजय प्राप्त नहीं हुई। राजस्थान को जीत के इतने करीब ले जाने में इम्पैक्ट प्लेयर का काफी अहम रोल रहा।
जुरेल की तूफानी पारी
युजवेंद्र चहल की जगह प्लेइंग 11 में शामिल हुए इम्पैक्ट प्लेयर ध्रुव जुरेल 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने 15 गेंदों पर 32 रन की तूफानी पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के लगाए। RR को आखिरी 5 ओवर में जीत के लिए 74 रनों की दरकार थी। ध्रुव ने हेटमायर के साथ मिलकर चार ओवर में 58 रन जोड़े। दोनों ने राजस्थान को जिताने का भरसक प्रयास किया, लेकिन सैम करन के आखिरी ओवर ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। ध्रव भले ही अपनी टीम को जीत ना दिला सके हों, लेकिन उन्होंने अपनी पारी से सभी को खासा प्रभावित किया।
पिता चाहते थे सेना में अफसर बने
अपने पहले ही आईपीएल मैच में सुर्खियां बटोरने वाले 22 साल के ध्रुव ताज नगरी आगरा के रहने वाले हैं। उनके पिता नेम सिंह जुरेल सेना में थे, जो कारगिल युद्ध का हिस्सा थे। 21 जनवरी 2001 में जन्मे जुरेल 10 साल के भी नहीं थे, जब उनके पिता बतौर हवलदार सेना ने रिटायर हो गए। उस समय ध्रुव आगरा के आर्मी स्कूल में पढ़ते थे। पिता का सपना था कि बेटा सेना में ही अफसर बने। यही कारण था कि पिता बेटे को स्पोर्ट्स एक्टिविटी का हिस्सा बनने के लिए कहते थे।
Dhruv Jurel was the hero of the night.
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) April 5, 2023
Just 22 year old and such a performance under pressure! pic.twitter.com/otzanv3dhq
ऐसा शुरू हुआ क्रिकेट खेलना
एक बार ध्रुव के स्कूल में दो महीने का स्पोर्ट्स कैंप शुरू हुआ। यहां ध्रुव अपने दोस्तों के साथ तैराकी में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। यहीं पर उन्होंने एक लड़के को क्रिकेट खेलते हुए देखा, जो शानदार बल्लेबाजी कर रहा था। उन्हें यह खेल बहुत पसंद आया और उन्होंने स्वीमिंग छोड़कर क्रिकेट में अपना नाम लिखा दिया। करियर के शुरुआती दिनों में जुरेल ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते थे। वह गेंदबाजी में कुछ अच्छा नहीं कर पा रहे थे, ऐसे में उन्होंने विकेटकीपिंग में हाथ आजमाया। यहां उन्हें कुछ हद तक सफलता मिली और वह विकेटकीपर के साथ ही मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज बन गए।
मां ने बेची सोने की जंजीर
12 साल के ध्रुव ने एक बार घर पर क्रिकेट किट की मांग कर डाली। रिटायर पिता के लिए महंगी किट खरीदना इतना भी आसान नहीं था। दूसरी ओर वह ध्रुव को आर्मी में भेजना चाहते थे। ऐसे में वह किट खरीदने में आनाकानी कर रहे थे। इस पर ध्रुव ने किट नहीं मिलने पर घर छोड़ने तक की धमकी दे डाली। ऐसे में मां ने अपनी सोने की चेन बेचकर बेटे को किट दिलाई।
क्रिकेट के प्रति बेटे की दीवानगी को देखते हुए पिता ने भी ध्रुव को सपोर्ट करना शुरू कर दिया। साल 2020 में वह अंडर-19 टीम में चुने गए और उपकप्तान भी बने। हालंकि टीम फाइनल में बांग्लादेश से पराजित हुई, लेकिन ध्रुव ने अपनी कप्तानी में अंडर-19 एशिया कप जीता। राजस्थान ने आईपीएल 2022 से पहले हुए मेगा ऑक्शन में ध्रुव को 20 लाख रुपये में साइन किया था। इस सीजन फ्रेंचाइजी ने उन्हें 20 लाख रुपये में रिटेन किया था।
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