गोवा के बल्लेबाज स्नेहल काउथंकर और कश्यप बकले ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 के प्लेट ग्रुप मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ पोरवोरिम में गुरुवार को धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए तिहरे शतक जमाए। इन दोनों ने 600 से अधिक रन की साझेदारी कर रणजी ट्रॉफी इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित किया। काउथंकर ने मात्र 205 गेंदों में दूसरा सबसे तेज भारतीय तिहरा शतक जड़ दिया, जबकि बकले ने 269 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
इन दोनों की शानदार पारियों के चलते गोवा ने 727/2 रन बनाकर अपनी पारी घोषित कर दी। इससे पहले गोवा ने अरुणाचल की टीम को सिर्फ 84 रन पर ढेर कर दिया, जिसमें अर्जुन तेंदुलकर का पहला रणजी ट्रॉफी विकेट भी शामिल था।
दोनों ही खिलाड़ियों ने खेली शानदार पारी
काउथंकर ने सिर्फ 191 गेंदों में यह तिहरा शतक जड़ा, जिससे वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज शतक बनाने वालों में तीसरे स्थान पर हैं। इस सूची में उनसे ऊपर केवल दक्षिण अफ्रीका के मार्को माराइस हैं, जिन्होंने 2017-18 में ईस्टर्न प्रोविंस के खिलाफ 191 गेंदों में यह रिकॉर्ड बनाया था।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दो तिहरे शतक की ऐसी जोड़ी इससे पहले केवल एक बार हुई थी। 1988-89 में तमिलनाडु ने गोवा के खिलाफ पनजी में 912/6 के स्कोर पर पारी घोषित की थी, जिसमें भारतीय टेस्ट बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमन ने 313 रन और अर्जन कृपाल सिंह ने अपने तीसरे फर्स्ट क्लास मैच में 302* रन बनाए थे।
रणजी ट्रॉफी की सबसे बड़ी साझेदारियां:
- 606* – कश्यप बकले और स्नेहल काउथंकर – गोवा बनाम अरुणाचल प्रदेश – 2024-25
- 594* – स्वप्निल सुगले और अंकित बावने – महाराष्ट्र बनाम दिल्ली – 2016/17
- 577 – विजय हजारे और गुल मोहम्मद – बड़ौदा बनाम होलकर – 1946-47