भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रोबिन उथप्पा जिन्होंने भारत के लिए काफी मुकाबले खेले है और आईपीएल में भी अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। उन्होंने अभी अपने जीवन से जुड़ी हुई जानकारी साझा की है, उन्होंने बताया कि वो भी एक समय डिप्रेशन का शिकार थे।
उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट करके इस बात की जानकारी थी जहाँ उन्होंने इस चीज को लेकर मदद भी मांगी है। उन्होंने इस बातचीत के दौरान बताया कि वो फेज उनके लिए क्रिकेट फील्ड पर प्रदर्शन करने से भी ज्यादा कठीण था और अगर आपको भी कुछ ऐसी दिक्कत होती है तो जरुर किसी से इस बारे में बात करनी चाहिए और मदद मांगनी चाहिए।
Robin Uthappa: आखिरकार क्यों हुए थे डिप्रेशन का शिकार?
रोबिन उथप्पा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि “मैंने क्रिकेट के मैदान पर कई लड़ाइयों का सामना किया है, लेकिन कोई भी लड़ाई उतनी कठिन नहीं थी जितनी मैंने अवसाद से लड़ी थी। मैं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चुप्पी तोड़ रहा हूं क्योंकि मैं जानता हूं कि मैं अकेला नहीं हूं।
अपनी भलाई को प्राथमिकता दें, मदद लें और अंधेरे में आशा खोजें। मैं ट्रुथ लर्निंग के इस एपिसोड में अपनी कहानी साझा करता हूं और आइए मिलकर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक को तोड़ें।
उन्होंने विडियो में बात करते हुए कहा कि “हम डिप्रेशन और आत्महत्या के बारे में बात करने जा रहे हैं। हमने हाल ही में भारत के ग्राहम थोर्प और डेविड जॉनसन के बारे में सुना। वीबी शेखर सर जो चेन्नई सुपर किंग्स की चट्टान थे। मैं भी वहां गया हूं. यह कोई सुंदर यात्रा नहीं है. यह दुर्बल करने वाला है. आपको ऐसा लगता है जैसे आप उन लोगों के लिए बोझ हैं जिन्हें आप प्यार करते हैं। यह चुनौतीपूर्ण है। आपको ऐसा लगता है जैसे आप बेकार हैं।
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