भारतीय प्रीमियर लीग से काफी सारे युवा स्टार खिलाड़ी सामने निकल कर आते हैं। जहाँ आईपीएल ने काफी सारे स्टार खिलाड़ी भारतीय टीम को दिए हैं और वो खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर जाकर सुपरस्टार बन कर उभरे हैं। इसी कारण बीसीसीआई की काफी तारीफ होती है, जहाँ हर स्तर से खिलाड़ी सामने निकल कर आते हैं।
इसी बीच अभी भारत के लगभग सभी राज्यों में भी काफी सारी लीग होने लगी है और उन लीग में भी कुछ खिलाड़ी सामने निकल कर आते हैं। लेकिन उन खिलाड़ियों को जब भी आईपीएल में मौक़ा दिया जाता है, तब अधिकतर खिलाड़ी आईपीएल में फ्लॉप हो जाते हैं। उन खिलाड़ियों के पीछे आईपीएल फ्रैंचाइज़ी काफी पैसे खर्च करती है, लेकिन वह रकम भी बर्बाद हो जाते है।
Sunil Gavaskar ने की आईपीएल फ्रैंचाइज़ी की आलोचना
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने इस बारे में बात करते हुए फ्रैंचाइज़ी के उपर सवाल खड़े किए है जहाँ उन्होंने बताया कि राज्य लेवल पर आयोजित लीग का स्तर इतना होता नही है जिस कारण वही खिलाड़ी जब बड़े स्तर पर खेलने के लिए आते है तो वो फ्लॉप हो जाता है। इसी कारण उन खिलाड़ियों के उपर करोड़ खर्च करना भेवकूफी बताई है।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि “हम पहले ही देख चुके हैं कि अधिकांश अंडर-19 खिलाड़ी प्रथम श्रेणी स्तर पर अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करते हैं क्योंकि विपक्ष का स्तर जूनियर टूर्नामेंटों की तुलना में काफी ऊपर होता है। इसी तरह, जो खिलाड़ी स्टेट टी20 लीग में चमकते हैं, जरूरी नहीं कि वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी या आईपीएल में अपने प्रदर्शन को दोहराएं, क्योंकि वहां का स्टैंडर्ड काफी ऊपर होता है। ऐसे में अब फ्रेंचाइज को पता चल रहा है कि स्टेट प्रीमियर लीग में चमकने वाले खिलाड़ियों के लिए करोड़ों खर्च करना एक बढ़िया विचार नहीं है और यह पैसे की बर्बादी है।''
Duleep Trophy पर रखना होगा ध्यान
सुनील गावस्कर ने बताया कि बीसीसआई को अभी आयोजित हो रही दुलीप ट्रॉफी में ध्यान रखना चाहिए ताकि उन खिलाड़ियों पर नज़र बना कर रख पाए कि वो खिलाड़ी इंटरनेशनल खेल के लिए तैयार है या नहीं। ये काफी ज्यादा अहम है और जरुरी भी है।
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