क्रिकेट को हमारे देश में पूजा जाता है। यह खेल हमारे दिल के बेहद करीब है, ऐसे में हर शख्स इसे फॉलो करता है। लेकिन अब हमारे देश में क्रिकेट के साथ-साथ अन्य खेलों का भी औदा बढ़ रहा है। देश के युवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य खेलों में अपना जौहर दिखा रहे हैं और मेडल जीत रहे हैं। अभी हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक में भारत के एथलीटों ने अलग-अलग खेलों में अपना दमखम दिखाया। लेकिन आपको पता है कि इन खेलों को स्पोर्ट्स कमेंटेटर और भी रोमांचक बना देते हैं। खेल के दौरान हो रही गतिविधियों को वह जिस तरह से बयां करते हैं उससे वह खेल और भी मजेदार लगने लगता है। स्पोर्ट्स कमेंटेटर मैदान पर हो रही घटनाओं का प्रत्यक्ष रूप में विश्लेषण करते हैं, जिससे दर्शकों को वहां होने की अनुभूति होती है। ऐसे ही एक्सपीरियंस को आपसे साझा करने के लिए ‘स्पोर्ट्स यारी’ के साथी नितिन भारद्वाज और प्रियांशु नवानी ने फेमस खेल कमेंटेटर सुनील तनेजा से बात की। इस बातचीत के दौरान सुनील तनेजा से क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के बारे भी कई सवाल किए गए, जिसका उन्होंने बड़े ही अच्छे तरीके से जवाब दिया और अपने अनुभवों के बारे में भी बताया।
आपको बता दें कि सुनील तनेजा एक प्रसिद्ध कमेंटेटर और विश्लेषक हैं। उनकी आवाज और टिप्पणियां मैचों के दौरान दर्शकों को गहराई से जोड़ती हैं। तनेजा की टिप्पणियों में न केवल मैच की लाइव स्थिति की स्पष्टता होती है बल्कि वे खिलाड़ियों की रणनीतियों, खेल की तकनीक और खेल के रुझानों पर भी गहरी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी टिप्पणियां अक्सर मैच के अनुभव को और भी रोचक बना देती हैं। तो आइए सुनील तनेजा के द्वारा ‘स्पोर्ट्स यारी’ को दिए गए इस इंटरव्यू पर एक नजर डालते हैं।
बता दें कि पहला सवाल सुनील तनेजा से उनके ड्रीम जॉब, करियर और स्ट्रगल के बारे में पूछा गया। जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, “ये सब मेरे लिए एक सपना था, लेकिन मेरा सपना सच हुआ, जिसका मैं बहुत शुक्रगुजार हूं। हमारे जमाने में मोबइल व इंटरनेट उतना प्रचलित नहीं था। मैं साइबर कैफे जाकर घंटों समय बिताता था और वहां से जानकारी प्राप्त करता था। साल 2003 की बात करूं तो उस समय मीडिया भारत में आया ही था, स्मार्टफोन नहीं थे, मोबाइल फोन होना अपने आप में बड़ी बात थी। लेकिन फिर भी मैं इस मुकाम पर पहुंचा, इसके लिए मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं। भगवान की कृपा है कि मैं जो भी लाइफ में करना चाहता था, वो मैं कर रहा हूं। सच कहूं तो मेरा सपना सिर्फ क्रिकेट कमेंटेटर बनने का था क्योंकि उस समय देश में कब्बडी और हॉकी का उतना क्रेज नहीं था। लेकिन अब मैं क्रिकेट के अलावा 20-25 खेलों को कवर कर रहा हूं। स्ट्रगल हर किसी के लाइफ में होती है, मुझे भी अपने करियर के दौरान काफी स्ट्रगल करना पड़ा। लेकिन मेरा मानना है कि ये एक जर्नी है और भाग्य से मेरी जर्नी अच्छी रही है।”
फिर सुनील तनेजा से इस साल होने वाले IPL ऑक्शन और सबसे सफल फेंचाइजी मुंबई इंडियंस के नामी खिलाड़ियों जैसे सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को रिटेन करने पर सवाल किया गया। उनसे ये भी पूछा गया कि ये सभी खिलाड़ी टीम इंडिया के कप्तान रह चुके हैं, ऐसे में मुंबई इंडियंस इनसब के बीच कैसे तालमेल बिठाएगी और इसका सॉल्यूशन आपकी नजर में क्या है? इसका जवाब देते हुए सुनील तनेजा ने कहा कि, “इस तरह के दुविधा वाले सवाल का जवाब मेरे पास ये है कि मैं सिर्फ मुंबई इंडियंस के मैचों का कमेंट्री करता हूं और निजी तौर पर कुछ खिलाड़ियों को जानता हूं। लेकिन हम सभी जानते हैं कि मुंबई इंडियंस अपने लक्ष्य पर नजर टिकाए रहती है, उसे सिर्फ रिजल्ट से मतलब है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की टीम का कप्तान कौन होगा क्योंकि आपको याद होगा कि पिछले साल रोहित शर्मा हार्दिक पांड्या की कप्तानी में खेले थे और खुशी-खुशी दोनों ने एक-दूसरे के कंपनी को एंजॉय किया था। आप चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को भी देखिए, वो भी अपने लक्ष्य से नहीं भटकती। इतने साल तक महेन्द्र सिंह धोनी CSK के कप्तान रहे, लेकिन पिछले साल उन्होंने भी रुतुराज गायकवाड की कप्तानी में खेला। ये सब बड़ी टीमें हैं और गोल-ओरिएंटेड हैं।”
इसके बाद सुनील तनेजा से IPL 2024 में फैंस द्वारा हार्दिक पांड्या का मजाक बनाए जाने और उन्हें मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर स्वीकार न करने पर सवाल किया गया। इसपर उन्होंने कहा, “स्टेडियम में बैठे इन क्यूट फैंस को नहीं पता है कि ड्रेसिंग रूम में क्या हो रहा है? फैंस बहुत इमोशनल होते हैं। खुद चाहे लाइफ में कभी बैट पकड़ा न हो लेकिन टीवी देखते हुए ये सलाह जरूर देते हैं कि वह शॉट कैसा खेलना चाहिए था। यहीं फैंस का प्यार है। वहीं अगर आप टी20 वर्ल्ड कप 2024 को याद करें तो वहां हमारा कप्तान रोहित शर्मा था और उनके अंडर में हार्दिक खेला। वर्ल्ड कप जीतने के बाद हार्दिक के आंखों में आंसू थे। उस पूरे टूर्नामेंट में हार्दिक का प्रदर्शन शानदार रहा। अब अगर हार्दिक की कप्तानी में मुंबई इंडियंस जीत जाए तो क्या फैंस को ऐसा करना चाहिए, बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। मेरा ऐसा मानना है कि बहुत ज्यादा प्यार या बहुत ज्यादा दुत्कार को छोड़कर बीच में आना चाहिए। क्योंकि मुंबई इंडियंस एक बिजनेस हाउस है और वह अपने टीम को कॉरपोरेट की तरह चलाते हैं। जितने उनके टीम में प्लेयर्स हैं उनसे कहीं ज्यादा स्कॉउटिंग स्टाफ हैं। कहां-कहां नहीं जाते हैं ये स्कॉउट, सभी जगह ट्रैवल करते हैं। बड़े-बड़े लीजेंड्स इस टीम से जुड़े हुए हैं। आप देखते होंगे कि मुंबई इंडियंस की मालकिन नीता अंबानी, अनंत अंबानी और आकाश अंबानी पर्सनली मॉनिटर करते हैं। इसके अलावा वह टीम के प्रैक्टिस सेशन, ट्रेनिंग, इक्विपमेंट और फैसिलिटी पर ऑबजेक्टिबली ध्यान देते हैं। उन्हें मालूम है कि टीम के लिए क्या जरूरी है और इसे कैसे आगे बढ़ाना है। तो उन्हें अपने फैसले लेने दीजिए। अगर प्रैक्टिकली बात करूं तो आप ही बताइए कि रोहित शर्मा में हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव की तुलना में कितनी क्रिकेट बची है? अब उन्होंने कोई फैसला लिया है तो उन्हें सपोर्ट करने दीजिए। आज आपने कोई बीज बो दिया और फिर सोचेंगे कि दो दिन बाद मैं फल खाऊंगा, ऐसा नहीं हो सकता। आपको समय देना पड़ेगा, तभी इसका सही रिजल्ट मिलेगा। जब रोहित शर्मा को हार्दिक की कप्तानी में खेलने में कोई दिक्कत नहीं है तो आपको क्यों दिक्कत हो रही है?”
इस बातचीत के दौरान सुनील तनेजा से IPL 2024 के प्लेऑफ में पहुंचने के लिए रॉयल चैंलेजर्स बेंगलुरू और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए मैच के बारे में भी पूछा गया। बता दें, इस मैच में बेंगलुरू ने चेन्नई को हराकर प्लेऑफ में जगह बनाई थी, लेकिन मैच खत्म होने के बाद एम एस धोनी ने किसी भी RCB के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया और सीधे अपने ड्रेसिंग रूम में चले गए थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इसका जवाब देते हुए सुनील ने कहा कि, “आपको याद होगा कि इससे पिछले सीजन में यश दयाल को रिंकू सिंह ने एक ओवर में 5 छक्के जड़े थे, इससे वह काफी डिप्रेशन में चले गए थे। लेकिन इस सीजन उनके पास मौका था और उन्होंने अपने आपको बैक किया और धोनी जैसे महान फिनिशर को 11 रन नहीं बनाने दिए। ये यश दयाल और उनके टीम के लिए बड़ा लम्हा था। सच बताऊं मुझे नहीं मालूम की आखिर धोनी ने ऐसा क्यों किया? क्योंकि मैं स्टूडियो से कमेंट्री कर रहा था और वहां से सबकुछ पता नहीं चल पाता है। आपलोग भी जब मैच देख रहे होंगे तो जो आपके टीवी स्क्रीन पर दिखाई देता है वो सिर्फ एक हिस्सा होता है। टीवी पर अलग-अलग कैमरा एंगल से दिखाया जाता है। ऐसे में हम बस कयास लगा सकते हैं। मैंने धोनी के बारे में बहुत कम निगेटिव बातें सुनी है, मेरी पर्सनली उनसे कभी मुलाकात नहीं हुई है। लेकिन जिन लोगों से मैं मिला हूं, उनसे धोनी के बारे में सुना है। इसलिए धोनी के बारे में मैं दूसरों के द्वारा बताई गई बातों के आधार पर आपको बता सकता हूं। जितना मुझे धोनी के बारे में समझ आया वो ये है कि वह एक खुले दिल के व्यक्ति हैं। उन्होंने IPL और इंटरनेशनल क्रिकेट में कई खिलाड़ियों के करियर बनाए हैं, इसका उन्हें जरूर क्रेडिट दिया जाना चाहिए। इसलिए वो जो RCB के खिलाफ वाक्या हुआ, उसे ज्यादा ओवर-एनालाइसिस नहीं करना चाहिए। हमें एग्जेटली नहीं पता कि वहां क्या हुआ था? हो सकता है कि धोनी वहां रुके हो, लेकिन उस कैमरा एंगल ने उनका फुटेज नहीं दिखाया। आप सोचिए, इस घटना के बाद विराट कोहली खुद धोनी से मिलने उनके ड्रेसिंग रूम गए। जब कोहली के नजरों में धोनी के लिए ये सम्मान है तो फिर RCB के फैंस को भी उनका सम्मान करना चाहिए।”
इसके बाद सुनील तनेजा से एमएस धोनी के IPL 2025 में खेलने को लेकर सवाल किया गया। इसपर उन्होंने कहा कि, “महेन्द्र सिंह धोनी में अभी भी क्रिकेट बचा हुआ है। क्योंकि उन्हें अब इंटनेशनल क्रिकेट नहीं खेलना होता है। वह सिर्फ अब IPL खेलते हैं, ऐसे में उन्हें अच्छा गैप मिल जाता है। इस दौरान उन्हें सिर्फ अपनी फिटनेस पर काम करना होता है। तो पहली चीज ये है कि अगर वह अपनी फिटनेस को बनाए रखते हैं तो वह अगला IPL खेल सकते हैं और दूसरी सबसे महत्वपूर्ण चीज कि उनका मन है तो वह खेलेंगे। अगर उनका मन नहीं है तो वह फिट होते हुए भी नहीं खेलेंगे। उन्हें ये सब सोचने में ज्यादा समय नहीं लगता है, वह अभी चाहेंगे तो अपना फोन उठाकर सोशल मीडिया पर अपनी रिटायरमेंट की घोषणा कर देंगे। वो बहुत ही अन-प्रीडिक्टेबल हैं, जब से मैं कमेंटरी कर रहा हूं तब से धोनी को देख रहा हूं। मुझे लगता है कि धोनी एक नहीं बल्कि दो इंसान हैं। एक वो जो खेल खेला रहा है, विकेट के पीछे से गेम बदलता है, वह दूसरों के लिए ये करते हैं। दूसरा धोनी वो हैं जो बीच सीरीज में ही किसी ओर को कप्तानी सौंप देते हैं और विदा ले लेते हैं। मेरे पास तो कोई कंफर्म खबर नहीं है कि धोनी अगला IPL खेलेंगे या नहीं, लेकिन बतौर फैन मैं चाहूंगा कि वो जरूर खेलें।”
फिर उनसे पाकिस्तान क्रिकेट के डाउनफॉल को लेकर सवाल किया गया, जिसपर उन्होंने कहा, “ये पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे बड़ा डाउनफॉल है। क्योंकि जब से मैंने क्रिकेट देखना शुरू किया था उस समय पाकिस्तान का औदा बहुत बड़ा था। इमरान खान से लेकर वकार, वसीम, युनिस, शोएब कई बड़े और दिग्गज क्रिकेटर आए। उस समय पाकिस्तान को हराना बड़ी ही चुनौती होती थी, लेकिन अब बांग्लादेश जैसी टीम उनके घर जाकर उनको हरा रही है। देखिए, हर चीज को देखने के दो पर्सपेक्टिव होते हैं, पहला ऑब्जेक्टिव और दूसरा सबजेक्टिव। जब आप सबजेक्टिवली देखते हैं तो आपको सारी बातें समझ में आ जाती है। हर्षा भोगले ने एक बार कहा था कि कोई देश क्या कर रहा है, उसको जानने के लिए उसकी क्रिकेट का हाल देख लो और उस देश की क्रिकेट किस स्थिति में है ये पता करने के लिए देश का हाल देख लो, दोनों चीजें पैरलल चलेंगे। भारत क्रिकेट की बहुत बड़ी शक्ति है और दुनिया में भारत एक महाशक्ति बनकर उभर रहा है। वहीं आप पाकिस्तान का हाल देखिए, वहां की स्थिति बहुत ही खराब है। वह चीन जैसे देश पर निर्भर हैं, चीन से उसे फंडिंग मिलेगी तभी पाकिस्तान में चूल्हा जलेगा। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा नहीं होना चाहिए। जब देश ही गर्त में जा रहा है तो वहां की क्रिकेट का क्या हाल होगा।”
इस इंटरव्यू के दौरान सुनील तनेजा से बाबर आजम और विराट कोहली के तुलना को लेकर सवाल किया गया। इसपर उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि, “इंटरव्यू खत्म, दोनों के बीच में कोई तुलना नहीं हो सकता है। आप ये सवाल ही क्यों पूछ रहे हो? ये सवाल ही गलत है। आप मुझसे विराट और सचिन के बारे में पूछो तो मैं इसका जवाब दूंगा। लेकिन विराट और बाबर में कोई तुलना ही नहीं हो सकता है। बाबर पाकिस्तान के लिए ठीक है, लेकिन विराट से तुलना जायज नहीं है।”
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