453 दिन बाद टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आखिरकार एक्शन में वापस लौटे. इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) के दौरान अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की जर्सी में पंत ने दोबारा मैदान पर वापसी कर ली है.
पंजाब किंग्स के खिलाफ ऋषभ दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए नजर आ रहे हैं. सालों की मेहनत और क्रिकेट के लिए अपनी कमिटमेंट के दम पर पंत ने एक्सीडेंट जैसी गंभीर हादसे से उबरकर कॉम्पिटेटिव क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है. हालांकि एक लंबे अरसे बाद वापसी करते हुए ऋषभ पंत कोई बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो पाए.
बता दे कि आईपीएल के दूसरे मुकाबले में पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया. पंजाब अपने नए घरेलू मैदान मुल्लापुर स्टेडियम में पहला मुकाबला खेलने उतरी. जहां उनकी टीम के कप्तान का पहले गेंदबाजी का फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ.
शुरुआत हालांकि दिल्ली कैपिटल्स की काफी दमदार हुई जहां पर डेविड वार्नर और मिचल मार्श की नई ओपनिंग जोड़ी ने ताबड़तोड़ अंदाज में रन बरसाने शुरू किए. पहले तीन ओवर में दिल्ली कैपिटल्स की गाड़ी काफी तेजी से दौड़ी लेकिन चौथे ओवर में अर्शदीप सिंह ने मार्श को 20 के निजी स्कोर पर चलता किया. हालांकि वार्नर दूसरे छोर पर डटे रहे और पहले 6 ओवर में दिल्ली कैपिटल ने 50 का आंकड़ा भी पूरा किया.
लेकिन पावरप्ले के बाद पंजाब किंग्स में शामिल किए गए नए तेज गेंदबाज हर्षल पटेल ने अपने पहले ही ओवर में वार्नर का बड़ा विकेट लेकर कैपिटल्स की कमर तोड़ी. पर जहां वार्नर का विकेट गया वहीं पर करोड़ों इंडियन क्रिकेट फैंस के आंखों में खुशी की लहर दौड़ी. आज से 453 दिन पहले एक भीषण सड़क हादसे में लगभग मौत को हराकर ऋषभ पंत ने दूसरी जिंदगी हासिल की.
वही पर इतने दिनों तक कड़ी मेहनत और लगातार अभ्यास के चलते आखिरकार पंत ने एक्सीडेंट के बाद सभी चुनौतियों को पार किया. क्रिकेट सर्किट में अपनी मौजूदगी जाहिर की. पुराने दिनों के मुकाबले एक चुस्त और दुरुस्त ऋषभ पंत सभी फैंस को मैदान पर नजर आया, और एक बेहतरीन और यादगार वापसी की कहानी को देख करोड़ों भारतीय फैंस की आंखें खुशी से भर आई.
हालांकि अपने कमबैक मुकाबले में ऋषभ पंत का बल्ला ज्यादा नहीं चला. Pant केवल 18 रन बनाकर हर्शल पटेल के दूसरे शिकार बने. पर यह दिन पंत के करियर में एक ऐसा दिन साबित हुआ जहां उन्होंने एक ऐसी कहावत को सच कर दिखाया कि अगर मन में हौसला और साहस हो जिसके तो असंभव दिखने वाला काम भी संभव लगने लगता है.