Rohit Sharma ने बोला मुझे चार स्पिनर चाहिए World Cup 2024 में। सुबह का मैच है, मैं वहीं पर बताऊंगा की 4 spinner क्यों लिये।
आपको किसको ड्रॉप करना था, किसको रखना था? रिंकू सिंह इंटरनेशनल में इस टाइम पर टी-20 में सबसे ज्यादा भरोसा देता है फिनिशर के तौर पे ।
T20 फॉर्मेट में कोई बैटर इतना कंसिस्टेंट नहीं हो सकता, जितना रिंकू सिंह पिछले एक साल से कंसिस्टेंट रहा है। हर बार आपका संकटमोचन बना है। चाहे वो जल्दी विकेट गिर गई हो, चाहे वो पावरप्ले में आया हो, चाहे वो फिनिशर के तौर पर आया हो। हमेशा Rinku Singh ने रन मारे है। जहां जहां वो खेला है हर बॉलिंग लाइन अप को रिंकू सिंह ने रन मारे हैं।
रोहित शर्मा बोल रहे हैं कि रिंकू सिंह को बाहर करना सबसे मुश्किल था हमारे लिए। रिंकू सिंह को बाहर रखना नहीं बनता था। रिंकू सिंह बाहर हुए क्योंकि आसान था उसको बाहर करना। आप देखिए रोहित को बाहर कर नहीं सकते, वो कप्तान हैं। हार्दिक को आप बाहर नहीं कर सकते। हाई प्रोफाइल प्लेयर है। रविंद्र जडेजा को आप बाहर नहीं कर सकते लेकिन रिंकू सिंह क्योंकि अभी नया नया बालक है, उसको बाहर करना आसान है। तो उसकी आहूति दे दी कि पब्लिक चिल्लाएगी नहीं। लेकिन ये पब्लिक है ये सब जानती है। रिंकू सिंह इस टाइम पर जितने वैल्यूबल हैं टीम के लिए वो तो बाहर हो ही नहीं सकता था।
अगर पहला नाम बुमराह के बाद कोई होता तो वो रिंकू सिंह का ही होना चाहिए था इस टीम के अंदर और वो हमारे रिजर्व में जा रहा है। ये बहुत बड़ा दुर्भाग्य है इंडिया का कि रिंकू सिंह जैसा प्लेयर उसको 11 में तो छोड़ो 15 में जगह नहीं मिली।उसने डिलीवर करके दिया आपको इंडिया के लिए और उसके बावजूद आप रिंकू सिंह को नहीं रखते।
2021 जो टीम T20 World Cup खेली थी, टीम में रोहित शर्मा थे, विराट कोहली थे, हार्दिक पांड्या थे, सूर्यकुमार यादव थे, रविंद्र जडेजा थे, जसप्रीत बुमराह थे। रिषभ पंत भी थे, 2022 में आ जाओ, रोहित शर्मा थे, हार्दिक पांड्या थे, विराट कोहली थे, ऋषभ पंत थे, सूर्यकुमार यादव थे अब 2024 में बदला क्या है?
आपकी बैटिंग में बदला क्या? उसी बैटिंग के साथ आप डिफरेंट रिजल्ट एक्सपेक्ट कर रहे हैं? 21 में फेल हो चुके हैं। 22 में फेल हो चुके हैं। इस बार चलो आपने शिवम दूबे को रख लिया। लेकिन शिवम दूबे से आगे नाम रिंकू सिंह का था। लास्ट मोमेंट पर आपने शिवम दुबे को रखा पर आईपीएल में बॉलिंग उनसे कराई नहीं गई। आपने अफगानिस्तान के अगेंस्ट कराई थी उनसे गेंदबाज़ी। रिंकू ने जब-जब भारत के लिए खेला है तब तब भारत को जिताया है। पूरे विश्व में इस समय klaasen के साथ अगर कोई कंसिस्टेंसी का दूसरा नाम है मिडिल ऑर्डर, लोअर मिडिल ऑर्डर में तो वो रिंकू सिंह है।
केएल राहुल को आपने बाहर कर दिया, अच्छा किया, आपने बोल दिया आज के मैच में ओपनर नहीं चाहिए। हमें मिडिल ऑर्डर का बैटर चाहिए था तो आपने शिवम पर भरोसा दिखाया। लेकिन रिंकू सिंह जितनी अच्छी पारी उसने खेली है इंटरनेशनल लेवल पर वो बाहर हो ही नहीं सकता था. रोहित यशस्वी अगर ओपन करते हैं तो शिवम दुबे की जगह नहीं बनेगी 11 में और अगर रोहित और विराट ओपन करते हैं तब जाकर शिवम दुबे की जगह बनेगी।
रवींद्र जडेजा की परफॉर्मेंस कहां है? रवींद्र जडेजा अगर ऑलराउंडर के तौर पर खेल रहे हैं तो साथ में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल है। अक्षर और रवींद्र जडेजा में से आप एक ले जा सकते थे। दोनों लेफ्ट आर्म स्पिन ऑप्शन है आप एक को रिजर्व में रख सकते थे? आप एक लेफ्ट आर्म स्पिनर ऑलराउंडर को रिजर्व में रख सकते थे। दोनों को भरने की मुझे तो टेक्नीक समझ में नहीं आई और दोनों सिमिलर टाइप के प्लेयर्स है। रवींद्र जडेजा की T20 batting पे बहुत समय से सवालिया निशान है, रवींद्र जडेजा के रन आ ही नहीं रहे। अक्षर पटेल की भी बैटिंग भी थोड़े टाइम से इतनी अच्छी नहीं चल रही है।
दो नाम जो मेरे हिसाब से होने चाहिए थे, जिनको पिछले पूरे साल आपने खिलाया और वो हैं रवि बिश्नोई और रिंकू सिंह।
आपने रवि बिश्नोई को इतना खिलाया, पूरे साल आप खिलाते रहे। एशिया कप में पावरप्ले के अंदर आपने रवि बिश्नोई को बाबर आज़म के विरुद्ध बॉलिंग करवा दी। उसने बाबर आजम को आउट कर दिया। वो मैच जितवा भी देता, लेकिन अर्शदीप सिंह ने कैच छोड़ दी आसिफ अली की। उसके बाद तुमने उस बिल्कुल ही बाहर कर दिया। उसके बाद एक साल तक वो नहीं खेला। फिर आपने यूजी को बाहर कर दिया। कॉन्ट्रैक्ट भी नहीं दिया। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हो गया युज़वेंद्र चहल। फिर रवि बिश्नोई ने आपको अपना दमखम दिखाया। ऑस्ट्रेलिया के अगेंस्ट आपकी सीरीज हुई वहाँ Ravi Bishnoi प्लेयर ऑफ द सीरीज बना। फिर आप साउथ अफ्रीका लेकर जाते हो, फिर उसकी सारी परफॉर्मेंस आती है। इस आईपीएल में केएल राहुल ने उसे ढंग से यूज नहीं करा, और आपने रवि बिश्नोई को बाहर कर दिया।