Ruturaj Gaikwad, एक युवा क्रिकेटर, ने अपने प्रतिभा और प्रयासों से एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है जो बहुत ही गर्वन्वित करने वाला है। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने टीम के लिए वह काम किया जो दिग्गज MS Dhoni ने भी अपने पूरे करियर में अपनी टीम के लिए नहीं किया।
रुतुराज गायकवाड़, फ्रैंचाइज़ी के पहले कप्तान बने जिन्होंने 2008 के बाद से टीम के लिए शतक बनाया। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वह इस साल ही कप्तान बने थे और शुरुआत से ही एमएस धोनी टीम के कप्तान थे जिन्होंने पूरे आईपीएल करियर में एक भी शतक नहीं बनाया था।
धोनी ने अपने आईपीएल करियर में 258 मैचों में 84* के उच्चतम स्कोर के साथ 5173 रन बनाए हैं। हालाँकि लीजेंड एमएस धोनी और युवा रुतुराज गायकवाड़ की तुलना करना सही नहीं है। चूंकि धोनी एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने येलो आर्मी को 10 आईपीएल फाइनल के रिकॉर्ड तक पहुंचाया है और पांच मौकों पर उन्हें जीत दिलाने में मदद की है। धोनी की कप्तानी उनकी बल्लेबाजी और कौशल का बहुमूल्य पूरक रही है, जिसने टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गायकवाड़ का धोनी से मुकाबला उनके आउटस्टैंडिंग खेल के माध्यम से हुआ है। उन्होंने विभिन्न टूर्नामेंट्स में अपने अद्वितीय बल्लेबाजी के माध्यम से सबको प्रभावित किया है। उनके संघर्ष, समर्थन, और योगदान ने उन्हें एक अलग लीग में उत्तम बना दिया है। गायकवाड़ ने अपने आईपीएल करियर में 60 मैचों में 108* के उच्चतम स्कोर के साथ 2146 रन बनाए हैं। रुतुराज गायकवाड़ को टीम का कप्तान बनाने के लिए चेन्नई प्रबंधन और धोनी का आह्वान अब तक एक अच्छा निर्णय प्रतीत होता है।
इस प्रकार, गायकवाड़ ने अपने योगदान और प्रदर्शन के माध्यम से धोनी की तुलना में उस स्थान को प्राप्त किया है जिसे कई लोग सोच भी नहीं सकते थे। उनकी सफलता का अद्वितीय कारण है उनकी अदम्य मेहनत, संघर्ष, और निरंतर प्रयास।
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