क्या आप जानते हैं? PT Usha ओलंपिक मेडल जीतने से मात्र 1/100 सेकंड से चूक गई थीं! जानिए पूरी सच्चाई

PT Usha Olympic Medal History: पी.टी. उषा को भारतीय एथलेटिक्स की गोल्डन गर्ल के रूप में जाना जाता, वे सालों से भारत में ट्रैक की सफलता का पर्याय हैं। Paris Olympics 2024

Golden Girl PT Usha Olympic Medal History 1/100th of a second

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PT Usha Olympic Medal History: पी.टी. उषा को अक्सर भारतीय एथलेटिक्स की "गोल्डन गर्ल" के रूप में जाना जाता है, वे सालों से भारत में ट्रैक और फील्ड की सफलता का पर्याय हैं। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों ने देश भर के अनगिनत एथलीटों को प्रेरित किया है। पीटी उषा (PT Usha) को अक्सर "पय्योली एक्सप्रेस" के रूप में जाना जाता है, लेकिन 1984 लॉस एंजिल्स गेम्स में एथलेटिक्स में ओलंपिक मेडल जीतने से वे बाल-बाल चूक गईं थीं। 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में तब वह चौथे स्थान पर रहीं थी और कांस्य पदक से मात्र 1/100 सेकंड से चूक गईं। यह निकट-चूक ओलंपिक इतिहास में सबसे करीबी फिनिश में से एक है और भारतीय खेलों में एक महत्वपूर्ण क्षण है।

PT Usha Olympic Medal History

आपको बताते चलें कि प्रारंभिक दौर में पीटी उषा (PT Usha) ने आसानी से आगे बढ़ते हुए एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया और ट्रैक और फील्ड में भारत के पहले ओलंपिक पदक की उम्मीद भी जगाई थी। जैसे-जैसे फाइनल नजदीक आया, वैसे-वैसे पूरे देश ने सांस रोक ली। तब इतिहास बनने की पूरी उम्मीद भी थी। फाइनल रेस बहुत ही रोमांचक थी, जिसमें दुनिया भर से मजबूत दावेदार शामिल थे। फाइनल में संयुक्त राज्य अमेरिका की जूडी ब्राउन-किंग और रोमानिया की क्रिस्टीना कोजोकारू शामिल थीं।

वहीं 8 अगस्त 1984 को महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ का फाइनल हुआ। तब लेन पांच में दौड़ रही पीटी उषा (PT Usha) ने एक मजबूत शुरुआत की, एक स्थिर गति बनाए रखी और प्रत्येक बाधा को सटीकता के साथ पार किया। जैसे ही वह अंतिम चरण में पहुंची, तब यह स्पष्ट हो गया कि यह दौड़ अविश्वसनीय रूप से बेहद करीब थी। अपनी पूरी ताकत के साथ उषा ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के साथ फिनिश लाइन की ओर कदम बढ़ाया।

गौरतलब है कि उस फाइनल में सच्चाई का क्षण तब आया जब धावकों ने फिनिश लाइन पार की। उषा ने 55.42 सेकंड का समय निकाला था, जो किसी भी मानक से एक उत्कृष्ट प्रदर्शन था। हालांकि तब कांस्य पदक उनसे बहुत कम अंतर से दूर रह गया, जो सिर्फ 1/100 सेकंड ही दूर था। रोमानिया की क्रिस्टीना कोजोकारू ने 55.41 सेकंड के समय के साथ तीसरा स्थान उस समय प्राप्त किया था, जिससे ओलंपिक इतिहास में सबसे करीबी फिनिश में से एक में कांस्य पदक हासिल हुआ था।

 

 

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