विनेश फोगाट की हार के पीछे मोदी सरकार या कोई और जिम्मेदार? PT Usha ने एक शब्द में सुलझा दी गुत्थी!

PT Usha on Vinesh Phogat Weight Management: विनेश फोगट के वजन-माप विवाद की आलोचना करते हुए भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार को स्पष्ट किया कि वजन प्रबंधन करना एथलीट की जिम्मेदारी है और इसकी मेडिकल टीम की भी। (Paris Olympics 2024)

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IOA President PT Usha clarified that weight management is the responsibility of Vinesh Phogat and their coaches

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PT Usha on Vinesh Phogat Weight Management: विनेश फोगट के वजन-माप विवाद की आलोचना करते हुए भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार (11 अगस्त 2024) को स्पष्ट किया कि वजन प्रबंधन करना एथलीट की जिम्मेदारी है और इसकी मेडिकल टीम की भी, खासकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला पर हमला "अस्वीकार्य और निंदा के योग्य है।" अवगत करवा दें कि 29 वर्षीय विनेश को सुबह के वजन-माप में 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फ्रीस्टाइल 50 किग्रा में स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले अयोग्य ठहराए जाने से दिल टूट गया था। जिससे उनका ओलंपिक सपना टूट गया और उन्हें संन्यास की घोषणा करनी पड़ी।

PT Usha on Vinesh Phogat Weight Management

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस घटना ने आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया, जिससे संसद में भी हंगामा हुआ। जिसमें कुछ वर्गों ने डॉ. पारदीवाला और उनकी टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया, जबकि पूर्व आईओए प्रमुख नरेंद्र बत्रा ने संकेत दिया कि विनेश के आहार का उसके अयोग्य ठहराए जाने से कुछ लेना-देना हो सकता है। जबकि सोशल मीडिया इस मामले के लिए पीएम मोदी को भी जिम्मेदार ठहराया जाने लगा। हालांकि, अब इन तमाम तथ्यों का जवाब भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा (PT Usha) ने दिया है।

पीटी उषा (PT Usha) ने कहा, “कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की होती है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” उन्होंने आगे कहा, “..आईओए मेडिकल टीम, खासकर डॉ. पारदीवाला के प्रति निर्देशित नफरत अस्वीकार्य है और निंदा के योग्य है। आईओए मेडिकल टीम का न्याय करने वाले लोग किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करेंगे।”

अपने बयान को जारी रखते हुए भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा (PT Usha) ने कहा, “पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में इस तरह के खेल में प्रत्येक भारतीय एथलीट की अपनी सहायता टीम थी। ये सहायता टीमें कई वर्षों से एथलीटों के साथ काम कर रही हैं। आईओए ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम नियुक्त की थी, मुख्य रूप से एक ऐसी टीम के रूप में जो एथलीटों की प्रतियोगिता के दौरान और बाद में उनकी रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करेगी। इस टीम को उन एथलीटों की सहायता के लिए भी बनाया गया था जिनके पास पोषण विशेषज्ञों और फिजियोथेरेपिस्टों की अपनी टीम नहीं थी।” गौरतलब है कि विनेश की सिल्वर पदक वाली अपील पर फैसला 13 अगस्त को आने की उम्मीद है।

 

 

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