भारत की तरफ से मीराबाई चानू से इस पेरिस ओलिंपिक 2024 में एक पदक की उम्मीद थी क्यूंकि उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीता था। हालाँकि इस बार भारत के लिए वो मेडल नही जीत पाई है जहाँ उन्होंने भारत के लिए इस बार भारोत्तोलन में उन्होंने चौथे स्थान पर फिनिश किया है।
मीराबाई चानू ने स्नैच में 88 किलोग्राम का वजन उठाया वही क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 111 किलोग्राम का वजन उठाकर कुल 199 किलोग्राम का वजन उठाया था। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उन्होंने मात्र एक ही किलोग्राम से मेडल गवा दिया था। चाइना के खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल अपनें नाम किया है।
Mirabai Chanu: चोट से उभरी थी मीराबाई चानू
मीराबाई चानू कुछ महीने पहले चोटिल हो गई थी जहाँ इसी कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मुकाबले में उन्होंने स्नैच में पहले प्रयास में 85 किलो उठाया वही दुसरे राउंड में उन्होंने 88 किलो का वजन उठाने में विफल रही थी लेकिन तीसरे राउंड में उनहोंने 88 किलो का वजन उठा लिया था।
इसके बाद मीराबाई चानू क्लीन एंड जर्क के पहले राउंड में 111 किलोग्राम का वजन उठाने में विफल रही थी वही उसके बाद उन्होंने दुसरे राउंड में 111 किलोग्राम उठा लिया था। इसके बाद उन्होंने अंतिम राउंड में 114 किलोग्राम का वजन उठाने का प्रयास किया लेकिन वो विफल हो गई थी।
Mirabai Chanu ने हार के बाद क्या कहा
इस फाइनल में हार के बाद मीराबाई चानू ने नाराज़गी जताई है जहाँ उन्होंने अपने बयान में कहा “मैंने देश के लिए पदक जीतने की पूरी कोशिश की लेकिन आज मैं चूक गया... यह खेल का हिस्सा है, हम सभी कभी जीतते हैं और कभी हारते हैं... अगली बार मैं देश के लिए पदक जीतने के लिए और अधिक मेहनत करूंगा ...मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा और अगले गेम में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा।