Paralympics 2024 Preethi Pal: 23 वर्षीय प्रीति पाल ने शुक्रवार (30 अगस्त 2024) को महिलाओं की 100 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। 17 साल की उम्र में उन्होंने सोशल मीडिया पर पैरालिंपिक खेलों के वीडियो देखे और अपने सपनों को साकार करने की ठानी। पेरिस में उन्होंने ‘पेरिस 2024 इवेंट’ में भारत का पहला ट्रैक और फील्ड पदक जीता। पेरिस पैरालिंपिक में प्रीति पाल (Preethi Pal) ने ट्रैक और फील्ड में भारत का पहला पदक जीता। छह साल पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर पैरालिंपिक खेलों के वीडियो देखने के बाद दौड़ना शुरू किया। अब उनके मेडल जीतने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है:-
BRONZE 🥉 For INDIA 🇮🇳
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) August 30, 2024
🏃♀️ Preethi Pal wins bronze medal in the Women's 100m T35 Final.#Paris2024 #Cheer4Bharat #Paralympics2024 #ParaAthletics @mansukhmandviya @MIB_India @PIB_India @IndiaSports @ParalympicIndia @PCI_IN_Official @Media_SAI @AkashvaniAIR @DDNational… pic.twitter.com/igEYUhtpmu
Who in Preethi Pal ?
आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली प्रीति पाल (Preethi Pal) का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था और जन्म से ही उन्हें कई शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जन्म के छह दिन बाद ही उनके शरीर के निचले हिस्से में प्लास्टर लगा दिया गया था और वे कमज़ोर पैरों और अनियमित पैरों की मुद्रा से जूझ रही थीं। जिससे उन्हें कई तरह की बीमारियाँ होने का खतरा था। अपने पैरों को मज़बूत बनाने के लिए उन्होंने कई पारंपरिक उपचार करवाए।
अवगत करवाते चलें कि पांच साल की उम्र में प्रीति पाल (Preethi Pal) ने कैलीपर पहनना शुरू कर दिया था। जिसका इस्तेमाल उन्होंने आठ साल तक जारी रखा। अपने बचने के बारे में कई संदेहों के बावजूद, प्रीति ने असाधारण ताकत और लचीलापन दिखाया, जीवन के लिए ख़तरनाक स्थितियों पर काबू पाया और विजयी हुईं। 17 साल की उम्र में जब उन्होंने सोशल मीडिया पर पैरालंपिक गेम्स देखे तो उनका नज़रिया बदल गया। प्रेरित होकर उन्हें एहसास हुआ कि वह भी अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं।
इसके बाद बेहतर करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर उन्होंने स्टेडियम में अभ्यास करना शुरू किया। हालाँकि आर्थिक तंगी के कारण परिवहन मुश्किल हो गया था। उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उनकी मुलाक़ात पैरालंपिक एथलीट फ़ातिमा खातून से हुई। जिन्होंने उन्हें पैरा-एथलेटिक्स से परिचित कराया। फ़ातिमा के सहयोग से प्रीति ने 2018 में स्टेट पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया और कई राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लिया। उनके प्रयासों का फल तब मिला, जब उन्होंने 100 मीटर और 200 मीटर दोनों स्प्रिंट में चौथे स्थान पर रहते हुए एशियाई पैरा गेम्स 2022 के लिए क्वालीफाई किया।
हालाँकि वह एशियाई पैरा गेम्स में पदक नहीं जीत पाईं, लेकिन उसके कुछ सालों बाद इस धावक ने शुक्रवार (30 अगस्त 2024) को स्टेड डी फ्रांस में 14.21 सेकंड का नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय निर्धारित करके महिलाओं की 100 मीटर टी35 फ़ाइनल में कांस्य पदक जीता। 23 वर्षीय इस धावक प्रीति पाल (Preethi Pal) ने शानदार प्रदर्शन किया और चीन की झोउ ज़िया से पीछे रहीं, जिन्होंने 13.58 सेकंड के सीज़न-सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता और गुओ कियानकियान ने 13.74 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता।
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