कौन थे अंशुमन गायकवाड़? जानिए, भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान!

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच अंशुमन गायकवाड़ का 31 जुलाई की देर रात को 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. ऐसे में आइए जानते हैं भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के बारे में.

ब्लड कैंसर से हुई मौत

बता दें, गायकवाड़ लंबे समय से ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गायकवाड़ के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की थी. उनका इलाज इंग्लैंड के अस्पताल में चल रहा था.

1974 में डेब्यू

अंशुमन गायकवाड़ के क्रिकेटिंग करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 1974 में डेब्यू किया था. उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले हैं.

अंशुमन का करियर

अंशुमन गायकवाड़ ने इन 40 टेस्ट मैचों में 30 की औसत से 1985 रन बनाए थे, जिसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं. वहीं 15 वनडे में उन्होंने 289 रन बनाए थे.

वर्ल्ड कप में...

अंशुमन गायकवाड़ ने वनडे क्रिकेट में साल 1975 में डेब्यू किया था. बता दें, वह 1975 और 1979 के वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया का हिस्सा थे.

‘द ग्रेट वॉल’

आज भले ही क्रिकेटप्रेमी राहुल द्रविड़ को ‘वॉल’ के रूप में जानते हों लेकिन 1970 के दशक में अंशुमन को ही ‘द ग्रेट वॉल’ कहा जाता था. वे अपनी डिफेंसिस बैटिंग से विरोधी बॉलिंग अटैक को पस्त करने में माहिर थे.

पाकिस्तान के खिलाफ

गायकवाड़ की 1983 में पाकिस्तान के खिलाफ जालंधर टेस्ट में खेली गई मैराथन पारी को भी याद किया जाएगा, जिसमें उन्होंने 201 रन बनाए थे. इस पारी के दौरान उन्होंने 671 मिनट तक बल्लेबाजी की थी.

दो साल की कोचिंग

आपको बता दें, अंशुमन गायकवाड़ करीब दो साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच भी रहे. उन्होंने 1997 में भारतीय टीम के कोच का पद संभाला और फिर 1999 में इस्तीफा दे दिया था.