T20 World Cup 2024: रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया T20 वर्ल्ड कप के सुपर 8 दौर में प्रवेश कर चुकी है. मेन इन ब्लू ने आयरलैंड पाकिस्तान और मेजबान अमेरिका को हराकर सुपर 8 का टिकट कटाया है. हालांकि अपने ग्रुप को टॉप करने और अबतक अजेय रहने के बावजूद टीम इंडिया के दो सबसे बड़े बल्लेबाज कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली का लगातार फेल होना चिंता का सबब बन गया है.
न्यूयॉर्क के नसाऊ काउंटी स्टेडियम में मेजबान USA के खिलाफ आखिरी मैच में भारतीय टीम ने 7 विकेट से मुकाबला अपने नाम किया. सूर्यकुमार यादव ने शानदार अर्धशतक लगाया और शिवम दुबे ने भी नाबाद 35 रन बनाए.
T20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने फ्रंटलाइन ओपनर Yashasvi Jaiswal और Rohit Sharma की जोड़ी तोड़कर विराट-रोहित के साथ ओपन करने का फैसला किया. लेकिन तीन लगातार मैच में यह जोड़ी अभी तक फ्लॉप ही साबित हुई है. आयरलैंड के खिलाफ रोहित-विराट के बीच अबतक सर्वाधिक 22 रन की साझेदारी हुई है. जबकि पाकिस्तान के खिलाफ 12 रनों पर भारत को पहला झटका लगा तो वही अमेरिका के सामने भी भारत की सबसे अनुभवी जोड़ी केवल 1 रन का योगदान दे पाई.
इस दौरान Virat Kohli के लिए यह वर्ल्ड कप डरावने सपने की तरह गुजरा है. कोहली ने अबतक तीन मैचों में केवल 5 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने केवल आठ गेंदों तक विकेट पर समय बिताया है. इसी बीच USA के खिलाफ VIRAT गोल्डन डक पर पवेलियन लौट गए. हालांकि दूसरे छोर पर रोहित शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ शानदार शुरुआत की और 37 गेंद पर 52 रन की पारी खेली. लेकिन, पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मुकाबले में सिर्फ 13 रन और USA के विरुद्ध 6 गेंद में मात्र तीन रन बनाकर भारतीय कप्तान भी आउट हो गए. ऐसे में एक जोड़ी के तौर पर विराट रोहित का एक्सपेरिमेंट अभी तक टीम इंडिया के काम नहीं आया है. जबकि पिछले दोनों मुकाबलों से भारतीय टीम की दिल और धड़कन एकसाथ फ्लॉप हुई है.
ऐसे में सुपर 8 दौर में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम का भी सामना करना है इसके अलावा अफगानिस्तान की टीम भी भारत के ग्रुप में आ सकती है जिनकी गेंदबाजी इस टूर्नामेंट में काफी शानदार रही है. विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए जल्द फॉर्म में वापसी करना भारतीय टीम के लिहाज से काफी अहम होगा. भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जीतना है तो इसके लिए विराट और रोहित का चलना जरूरी होगा. अगर किसी बड़े मुकाबले में दोनों ही बल्लेबाज एक के बाद एक अपना विकेट सौंप गए तो दबाव बाकियों के ऊपर चला जाएगा और टीम इंडिया की पुरानी कमजोरी यानी प्रेशर में चौक करना एकबार फिर उजागर हो सकती है.